चुँग का जन्म 1950 में कोरिया के एक छोटे से गांव मेँ हुआ उनका सपना एक स्कूल टीचर बनने का था।
फैमिली के फाइनेंशियल कंडीशन इतनी खराब थी कि वो खुद की एजुकेशन भी पूरी नहीं कर पाए।
चुँग बचपन में दिन रात अपनी फैमिली के साथ खेतों में काम करना पड़ता था, फिर परिवार के पास कई बार खाना नहीं होता था।
चुँग को लकड़ियां बेचने पास के शहर जाते, वहाँ के अमीर लोगो उनके रहने के तरीको को देख अपने लिए भी एक बेहतर जिंदगी चाहने लगे।
चुँग अपनी गरीबी से छुटकारा पाने के लिए घर से भागने की सोचने लगे और एक दिन घर से भाग गए
पहले एक कंस्ट्रक्शन लेबर फिर फैक्टरी वर्कर और फाइनली उन्हें भोखीयम राइस स्टोर में एक डिलिवरी बॉय की जॉब मिली।
चुँग की मेहनत को देख कर ओनर ने अंतिम समय में उनको स्टोर ओनर बना दिया।
सब अच्छा था तभी वर्ल्ड वार लग गई और चुँग से उनका स्टोर जापानी आर्मी ने ले लिया
चुँग ने हार नहीं मानी उन्होने लोन लेकर कार गैरेज स्टार्ट किया मगर एक महीने बाद ही वहाँ आग लगने से सब बर्बाद हो गया
चुँग ने हार न मानी फिर फ्रेश लोन लेकर गैरेज को स्टार्ट किया और उससे कामयाब बनाया
सब अच्छा था तभी एक और प्रोब्लेम हो गई वर्ल्ड वर के चलते जापानी आर्मी ने उनके गैरेज की ओवनेरशिप छिन ली
वो हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठे चुँग ने अमेरिका के लिए कन्स्ट्रकशन वर्क स्टार्ट कर दिया
1946 में चुँग ने कार रिपेर बिज़नस वापसी की पुराना काम नाम नया “हुंडई ऑटो सर्विस” हुंडई मतलब मोडरन।
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Poor Korean Boy who built Hyundai No.1