Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी, jaipur city palace, सिटी पैलेस, चंद्र महल के नाम से भी जाना जाता है, history of city palace.
Jaipur City Palace travel guide | |
सामान्य जानकारी | |
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स्थापत्य शैली | राजपूत, मुगल और यूरोपीय प्रभाव का संयोजन |
स्थान | जयपुर, राजस्थान, भारत |
देश | भारत |
निर्देशांक | 26.9257°N 75.8236°E |
निर्माण | 1729 |
पूरा हुआ | 1732; 291 साल पहले |
प्रारूप और निर्माण | |
वास्तुकार | विद्याधर भट्टाचार्य |
मुख्य ठेकेदार | जय सिंह द्वितीय |
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी – जयपुर, जिसे गुलाबी शहर के रूप में भी जाना जाता है, भारतीय राज्य राजस्थान की राजधानी है। इसकी स्थापना 1727 में कछवाहा राजपूत शासक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी। इस शहर की योजना आधुनिक भारत के शुरुआती नियोजित शहरों में से एक के रूप में बनाई गई थी, जिसे विद्याधर भट्टाचार्य द्वारा डिजाइन किया गया था। ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान, शहर जयपुर राज्य की राजधानी के रूप में कार्य करता था।
महाराजा सवाई जय सिंह II Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
जयपुर अपने समृद्ध इतिहास और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह शहर आमेर किले, सिटी पैलेस और हवा महल सहित कई किलों, महलों और मंदिरों का घर है। जयपुर अपनी जीवंत कला और शिल्प दृश्य के लिए भी जाना जाता है। यह शहर कई कार्यशालाओं और स्टूडियो का घर है जहाँ पारंपरिक शिल्प जैसे गहने बनाना, मिट्टी के बर्तन बनाना और वस्त्र अभी भी प्रचलित हैं।
जयपुर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जिन में से सिटी पैलेस का एक ख़ास स्थान है
City Palace सिटी पैलेस -Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
सिटी पैलेस, जिसे चंद्र महल के नाम से भी जाना जाता है, जयपुर, भारत में एक महल परिसर है। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने करवाया था। महल परिसर 110 एकड़ में फैला हुआ है और कई महलों, मंदिरों, उद्यानों और आंगनों का घर है।
सिटी पैलेस जयपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है और अपनी जटिल वास्तुकला और सुंदर उद्यानों के लिए जाना जाता है। महल परिसर में कई संग्रहालय भी हैं, जिनमें सिटी पैलेस संग्रहालय, हवा महल संग्रहालय और जंतर मंतर शामिल हैं। पहेले हवा महल और जंतर मंतर सिटी पैलेस का ही हिस्सा थे बाद में इन्हें अलग कर दिया गया था। इन्हें देखने के लिए अब आपको अलग से टिकट लेनी पड़ती है।
सिटी पैलेस का निर्माण 17वीं शताब्दी में महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने करवाया था। महल वास्तुकला की मुगल शैली में बनाया गया था और लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बना है। महल परिसर 110 एकड़ में फैला हुआ है और कई महलों, मंदिरों, उद्यानों और आंगनों का घर है।
सिटी पैलेस जयपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है और अपनी जटिल वास्तुकला और सुंदर उद्यानों के लिए जाना जाता है।
प्रवेश द्वार ऑफ़ सिटी पैलेस – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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सिटी पैलेस के तीन प्रवेश द्वार है पहला त्रिपोलिया द्वार जो सिर्फ राज परिवार के लिए ही है। दूसरा उदय पोल जो जलेब चोंक के पास है और तीसरा वरिन्द्र पोल, ये दोनों द्वार आम जनता के लिए है।
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
सिटी पैलेस परिसर में कुछ सबसे उल्लेखनीय इमारतें इस प्रकार हैं:
Mubrak Mahal मुबराक महल – Textile and costume सेक्शन
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी – सिटी पैलेस में प्रवेश करते ही आपको दिखेगा मुबारक महल, ये सिटी प्लेस जयपुर में बना एक महल है। इसे राजा के देश विदेश से आने वाले ख़ास मेहमानों के स्वागत कक्ष के रूप मे बनवाया गया था। मुबारक महल की ईमारत का एलिवेशन हर तरफ से एक जैसा है इसको बहार की तरफ से देखने पर चारों और से ये महल एक जैसा लगता है। ये दो मज़िला और बहुत ही खुबसूरत ईमारत है।
अब यहाँ पर टेक्सटाइल एंड costume सेक्शन और गैलरी है, जहाँ साड़ी, पगड़ी और कालीन सहित पुरे भारत के वस्त्र का संग्रह दिखाया गया है। पहली मंजिल का प्रयोग पुस्तकालय के रूप में किया जाता है। इस पुरे महल को सुंदर दर्पण, झूमरों तथा चित्रों आदि से सजाया गया है और बाहरी भाग को सुंदर और जटिल नकाशियों से सजाया गया है। इसे महाराजा सवाई मान सिह द्वितीय संग्रहालय की गैलरी भी कहा जाता है। आज भी महाराजा के समय के कुछ वस्त्र और इतिहासिक वस्तुएं वहां रखी गई है।
सिलेह खाना (आर्म्स एंड आर्मर गैलरी)
Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
मुबारक महल देख लेने के बाद वहां से बहार निकल कर मुबरक महल के सामने ही सिलेह खाना (आर्म्स एंड आर्मर गैलरी) है। वहां जाए, इस आर्म्स एंड आर्मर गैलरी में कई तरह के हथियार रखे गए है जिन्हें राजपूतों द्वरा इस्तमाल किया जाता था। यहाँ कई प्रकार की तलवारे, बंदूके और विभिन्न तरह के युद्ध के ओजार रखे गए जोकि बहुत ही इतिहासिक और पुराने समय के है। इसके इलावा यहाँ कई तरह के चित्र और अन्य तरह की वस्तुए है। यहाँ महाभारत के युद्ध और अन्य युद्ध की व्यू रचना प्रदशित करती बहुत ही आकर्षक पेंटिंग्स भी रखी गई है इन्हें ज़रूर देखे, ये पूरी गैलरी देखने योग्य है। Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
नोट – यहाँ फ़ोटो लेने की अनुमती नहीं है
Rajendra pol & Elephant statue राजेंद्र पोल और हाथी मूरत
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Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी – राजेंद्र पोल, सिटी पैलेस परिसर का एक ख़ास द्वार है। इसका नाम महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय के पिता महाराजा राजेंद्र सिंह के नाम पर रखा गया है। ये द्वार बहुत ही सुंदर है इस द्वार की विषेश ख़ासियत यहाँ पर लगाए गए दो पत्थर के हाथियों की मुर्तिया है। इनकी ख़ास बात ये है की इन हाथी मुरतो को बिना किसी जोड़ के बनाया गया है। जो बहुत ही सुंदर है, इन मुरतो को सन १९३१ में महाराजा सवाई भवानी जी के जन्म पर यहाँ लगाया गया था।
Sarvato Bhadra – Diwan-e-Khas (सर्वतो भद्र दीवान-ए-खास)
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राजेंद्र द्वार से निकल कर सिटी पैलेस परिसर मे जाते हुए सामने ही दीवान-ए-खास है। दीवान-ए-खास जयपुर, भारत में सिटी पैलेस में स्थित एक निजी दर्शक हॉल है। हॉल वास्तुकला की मुगल शैली में बनाया गया था हॉल का नाम दीवान-ए-खास है, जिसका अर्थ फारसी में “निजी दर्शकों का हॉल” है। इसे बहुत ही सुंदर बनाया गया है और अद्भुत कलाकारी से सजाया गया है। जिसकी सुन्दरता देख कर मन खुश हो जाता है।
जयपुर के महाराजाओं के राज्याभिषेक अनुष्ठानों जैसे कई निजी कार्यक्रम आज भी यहाँ किए जाते है। इसके इलावा कई धार्मिक कार्य भी यहाँ हमेशा होते आए है। यहाँ राजा ख़ास लोगो से गुप्त बाते किया करते थे। इस हॉल में सिर्फ़ राजा के ख़ास मंत्री गन और कुछ ख़ास लोगों को आने की ही अनुमती होती थी। Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
इसे स्वदर भदर भी कहा जाता है। स्वदर भदर उस जगह को कहा जाता है जहाँ बैठ कर बहुत ही बुद्धिजीवी लोग विचार विमर्श करते है। इस हॉल की कोई दिवार नहीं है ये चारों तरफ़ से खुला है क्युकी उनका मानना था दीवारों के भी कान होते है।
Silver Jar चांदी के कलश – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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दीवान-ए-खास हॉल के पास ही विशव के सबसे बड़े माने गए चांदी के “गंगाजली” 2 कलशों का निर्माण गंगा का पवित्र जल रखने के लिए किया गया था। इनका निर्माण महाराजा सवाई माधो सिंह दितीय के आदेशानुसार “मिस्त्रीखाना” में किया गया था जो जयपुर के परम्परागत 36 कारखानों में से एक है। गंगाजली के निर्माण का उदेश्य सन 1902 में महाराजा की इंग्लैंड यात्रा के समय किंग एडवर्ड VII के राज्याभिषेक समारोह से जुड़ा हुआ है।
इनके निर्माण के लिए चांदी की धातु को चुना गया क्यूंकि चांदी धातु को परम्परागत रूप से शुद्ध माना जाता है। कलश का निर्माण में 14 हज़ार चांदी के सिक्को को पिघला कर लकड़ी के सांचे के अनुसार ढाल कर सुन्दर ढंग से चादर का रूप दिया गया व ओजारो के माद्यम से इसे आकार दिया गया। प्र्तेयक कलश का वजन 345 किलोग्राम तथा भराव क्षमता ४०० गेलन यानी लगभग 2000 लीटर पानी की है। इनकी उचाई 5 फ़ीट 3 इंच की है। Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
इन कलशों में पानी सीडिया लगा कर भरा जाता था। इन कलशों को इंग्लैंड ओल्य्पिया कंपनी के जहाज जिसका नाम ओल्य्पिया में ले जाया गया था। इंग्लैंड जाने से पहेले राजा ने उस जहाज को गंगा जल से स्नान करवाया था और सुमंदर पूजा करने के बाद ही इंग्केलैंड के लिए निकले थे। राजा इन कलशों को साथ इसलिए ले गए थे क्यूंकि वो बहुत ही धार्मिक थे और वो सदा पानी नहीं पीते थे केवल गंगाजल ही पीते और उसी से है स्नान भी करते थे।
Diwan-e-aam niwas दीवान-ए-आम सभा निवास
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दीवाने आम उर्फ़ सभा निवास सार्वजानिक दर्शको के लिए एक हाल है जो सिटी पैलेस मे स्थित है। ये हाल बहुत ही सुंदर है यहाँ लगे स्तंब संगेमरमर के है और दीवारों और छत पर बेहतरीन तरह की मीनाकारी की गई है। यहाँ केंद्र मे दो सिहांसन लगे हुए है और बहुत सी शाही कुर्सिया लगाई गई है। जैसे सभा में होता है। पुराने समय में यहाँ सभा लगती थी और आम लोग राजा से अपनी बात कह सकते थे।
घंटा घर – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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क्लॉक टॉवर सभा निवास के दक्षिण में स्थित है। राजपूत दरबार में यूरोपीय प्रभाव का अंदाजा इसे लगाया जा सकता है घड़ी को 1873 में पहले से ही मौजूद टॉवर में लगाया गया था। ये घड़ी कलकत्ता के ब्लैक एंड मरे एंड कंपनी से खरीदी गई थी और ये आज भी क्लॉक टावर मे लगी हुई है।
Pritam Niwas Chownk – प्रीतम निवास चोंक – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
दीवान-ए-खास के पास ही रिधि सीधी पोल है यहीं से प्रीतम निवास को रास्ता जाता है। प्रीतम निवास , ये चन्द्र महल का सबसे निचे वाला फ्लोर है और इसके सामने एक चोंक है जिसे प्रीतम निवास चोंक कहा जाता है। पुराने समय में पर्दा प्रथा थी जिस कारण राजपूत राजघराने की औरते या रानियाँ अपना चेहरा नहीं दिखाती थी। उस समय प्रीतम निवास चोंक के एक ओर जहाँ सफ़ेद खिड़कियाँ है वहां रानियाँ तथा दूसरी ओर राजा बैठ कर कार्यक्रमो को देखा करते थे। उस समय नृत्य, संगीत आदि के कार्यक्रम इसी प्रीतम निवास चोंक में आयोजित किए जाते थे।
Four Season gate फॉर सीजन्स गेट – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
फॉर सीजन्स गेट जयपुर के प्रीतम निवास चोंक में स्थित चार दरवाजे है जिन्हें फॉर सीजन्स गेट कहा जाता है। इनकी ख़ास बात ये थी के पहेले ये ऋतुओं के हिसाब से खोले जाते थे। अब अधिकतर पीकॉक द्वार ( गेट) ही खुला रहता है ये चार द्वार विभिन्न हिंदू देवी-देवताओं को समर्पित है।
इन चार द्वारों के नाम इस प्रकार है:
- मयूर द्वार
- ग्रीन गेट
- रोज गेट
- लोटस गेट
Peacock Gate मयूर द्वार – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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मयूर द्वार मानसून ऋतू में खोला जाता है और ये भगवान विषुण जी को समर्पित है। इस पर विष्णु जी की सुंदर मूरत भी बनी है। इस पर बहुत ही मनमोहक मयूर की मुरते और मयूर पंख जैसे रंगों से सजाया गया है जिसकी कलाकारी देखने योग्य है।
Green Gate हरा द्वार – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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ग्रीन गेट वसंत ऋतू मे खोला जाता है ये द्वार भगवान गणेश जी को समर्पित है ये द्वार अद्भुत हरे रंग के पत्थर से बना है। इस से नज़र हटाने का मन नहीं करता।
Rose Gate रोज़ गेट – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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रोज गेट सर्दियों की ऋतू में खुलता है। ये खुबसूरत द्वार भगवान शिव तथा माँ पार्वती जी को समर्पित है इस द्वार का रंग रोज जैसा हैऔर इसमें हरा रंग भी मिक्स है।
Lotus Gate लोटस द्वार – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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लोटस द्वार माँ को समर्पित है जो की गर्मी की ऋतू में खोला जाता है। ये द्वार बेहद खुबसुरत है जिस पर कमल का फूल समान सजाया गया है।
चंद्र महल Moon Palace – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
चंद्र महल या मून पैलेस सात मंज़िलो पर फैला बेशकिमिति निजी कमरों का संग्रह है। सात की संख्या को राजपूतों में शुभ माना जाता है। चंद्र महल के, ही एक हिस्से में राज परिवार रहता है।
महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय संग्रहालय – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
महल की पहली मंजिल पर महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय का संग्रहालय मिलेगा। जहाँ पर राजघराने की खुबसूरत कलाकृतिया, पुराने हथियार, कालीन आदि देखे सकते है।
छवि निवास या ब्लू रूम -Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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छवि निवास जिसे ब्लू रूम के नाम से भी जाना जाता है। ये बहुत ही खुबसूरत है ये नीले और सफ़ेद रंग का एक सुंदर कमरा है यहाँ राजा गर्मियों के दिन मे रहते थे। आज यहाँ हर साल जन्म अष्टमी के समय कृष्ण जी जुले में बिराजित किया जाता है।
रंग मंदिर “द मिरर रूम” – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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रंग मंदिर को मिरर रूम भी कहा जाता है इसकी दीवारों और छत पर सुंदर मिरर वर्क किया गया यहाँ का नज़ारा बेहद मनमोहक है इसमें कई तरह की कलाकरी की गई है।
शोभा निवास और गोल्डन रूम ‘हॉल ऑफ ब्यूटी’ – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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शोभा निवास को गोल्डन रूम और ‘हॉल ऑफ ब्यूटी’ भी कहा जाता है। यहाँ बहुत ही आकर्षक गोल्ड प्लेट और गल्स के साथ काम किया गया है। दीवारों और छत पर सुंदर कलाकारी की’ गई है। यहाँ हर साल दीपावली पर राज परिवार द्वारा पूजा की जाती है।
मुकट निवास – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
मुकट निवास सातवी मंजिल पर है इसे महल के मुकट के रूप में जाना जाता है। यही पर पचरंगा झंडा फैहराया जाता है। यहाँ वैसे तो एक झंडा होता है, मगर जब महाराजा सिटी में हो तो बड़े के साथ एक छोटा झंडा भी फैहराया जाता है। यहाँ से पुरे सिटी का व्यू दीखता है।
गोविंद देव जी मंदिर – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
महल के अन्दर श्री कृष्ण जी का मंदिर भी जिसे गोविन्द देव जी मंदिर कहा जाता है। ये खुबसुरत कृष्ण मंदिर सिटी पैलेस परिसर का हिस्सा है। ये मंदिर काफ़ी समय पहेले का बना हुआ है
Royal Family राज परिवार – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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जयपुर की राजमाता है श्रीमति पदमिनी देवी जी है। उनके पति थे ब्रिगेडियर महाराजा सवाई भवानी सिंह जी उन दोनों की एक ही पुत्री थी जिनका नाम दिया कुमारी जी है। दिया कुमारी जी के तीन बच्चे है जिन में सबसे बड़े बेटे पद्मंनाभ सिंह Padmannabh singh है। जिनकी बहन का नाम राजकुमारी गौरवी कुमारी और छोटे भाई है लक्ष्यराज प्रकाश सिरमोर है।
राजमाता श्रीमति पदमिनी देवी जी अपनी बेटी राजकुमारी दिया कुमारी के बड़े पुत्र Padmannabh singh जी को अडॉप्ट किया था। वो जयपुर के वर्तमान राजा है तथा राजमाता है श्रीमति पदमिनी देवी जी पूरे राज परिवार के साथ सिटी पैलेस में ही रहता है जिसे चंद्र महल कहा जाता है।
गुडलिया सुइट द सिटी पैलेस जयपुर – Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
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अगर आप एक दिन राजा या रानी की तरहा बिताना चाहते है तो ये सुविधा भी उपलब्ध है। जिसे गुडलिया सुइट द सिटी पैलेस जयपुर कहा जाता है। जिसमें आपको राजा की तरह ट्रीट किया जाता है इसका एक रात का खर्चा ( 5,69,2०० )है।
गुडलिया सुइट द सिटी पैलेस जयपुर में 300 साल पुराने महल में स्तिथ एक ख़ास सुइट है। जहाँ राजकुमारी डायना और ओपरा विनफ्रे जैसे मेहमान आकर रुक चुके है। ये शाही परिवार के घर का ही भाग है जहाँ आज भी राज परिवार रहता है। इन सुइट से जो भी आय होती है वो सारी दिया कुमारी फाउंडेशन को जाती है, जो ग्रामीण महिलओं और लोगों को समर्थन देनी वाली एक गैर लाभकारी संस्था है।
यहाँ रुकना आपको शाही परिवार के समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और परम्पराओ को नजदीक से जानने का मोका देता है। Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
आपको इसमें क्या क्या मिलेगा:
- इसमें आपको कमरे में एक इनडोर स्विमिंग पुल मिलेगा।
- मेहमानों का स्वागत निजी बटलर द्वारा किया जाता है जो आपको के लिएप खरीदारी पर्यटन, और अन्य जगह गुमने की व्यवस्था करेगा और आपकी सारी निजी जरुरतो का ख्याल रखेगा।
- यहाँ आप प्रामाणिक राजस्थानी भोजन का अनाद छत पर अरावली के नज़ारों के साथ ले सकते है और मोरों के साथ शांति से दैनिक नाश्ते का मजा ले सकते है जो पैलेस के बगीचे में गुमते रहते है।
- आपको एअरपोर्ट से लेने और आपको – आपके सुइट तक छोड़ने के लिए संचालित कार मिलेगी।
- सिटी पैलेस के इन-हाउस , बारादरी में नाश्ता और रात का खाना दिया जाएगा। ये एक बहुत ही सुंदर रेस्त्रां है यहाँ आपको लाल मास, टॉप शेल्फ वाइन और शैम्पेन जैसे राजस्थानी व्यंजन ले सकते है।
- शाही कर्मचारियों के एक सदस्य द्वारा आयोजित १७०० के दशक के परिसर निर्देशित दौराड दिया जायेगा। जिसमे महल में वास्तुकला, कला और सजावट की बारिकिया आपको बताएँगे।
जयपुर सिटी पैलेस के बारे में कुछ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: Jaipur City Palace travel guide: Best जानकारी
WHAT IS JAIPUR CITY PALACE जयपुर सिटी पैलेस क्या है?
जयपुर सिटी पैलेस जयपुर, एक महल परिसर है। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने करवाया था।
What are the different parts of Jaipur City Palace? जयपुर सिटी पैलेस के विभिन्न भाग कौन से हैं?
जयपुर सिटी पैलेस को कई हिस्सों में बांटा गया है, जिनमें शामिल हैं:
चंद्र महल,मुबारक महल,दीवान-ए-आम,दीवान-ए-ख़ास, हवा महल,गोविंद देव जी मंदिर आदि
What are the opening hours of Jaipur City Palace? जयपुर सिटी पैलेस के खुलने का समय क्या है?
जयपुर सिटी पैलेस सप्ताह में सात दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।
HOW TO REACH JAIPUR CITY PALACE ? जयपुर सिटी पैलेस कैसे पहुंचे?
जयपुर सिटी पैलेस जयपुर के मध्य में स्थित है और यहाँ कार, बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
ENTRY FEE OF JAIPUR CITY PALACE ? जयपुर सिटी पैलेस के लिए प्रवेश शुल्क क्या है?
जयपुर सिटी पैलेस का प्रवेश शुल्क भारतीयों के लिए 300 रुपये और स्पेशल टिकेट ३००० है.