Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

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बायोग्राफी डिटेल्सफ्रेडरिक हेनरी रॉयस
पूरा नामफ्रेडरिक हेनरी रॉयस
जन्म27 मार्च 1863
अलवाल्टन , हंटिंगडनशायर, इंग्लैंड
पेशाबिजनेसमैन,खोजी
मृतु22 अप्रैल 1933 (आयु 70 वर्ष)
वेस्ट विटरिंग , ससेक्स, इंग्लैंड
किसके लिए जाने जाते हैरोल्स-रोय्स
पत्नीमिन्नी पंट (एम. 1893-1912 )
बिजनेस पार्टनरचार्ल्स रोल
HENRY ROYCE bio

रोल्स रॉयस इस दुनिया के कुछ सबसे ज्यादा महंगी कारें बनाता है और इस सात बिलियन डॉलर की कंपनी की स्थापना एक ऐसे लड़के के द्वारा की गई है जो ना कभी स्कूल गया और ऊपर से गरीबी में पला बढ़ा। हेनरी रॉयस नाम के इस लड़के ने अपनी पहली मिलियन डॉलर कंपनी की शुरुआत मात्र 20 पाउंड से की।

आखिर कैसे?

शुरवाती जीवन – Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

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हेनरी का जन्म 1863 में हुआ था। उनके माता पिता एक फ्लोर मिल चलाते थे, लेकिन दुर्भाग्य से फैमिली बिज़नेस उतना अच्छा नहीं चल रहा था और कुछ सालो में दिवालिया हो गए। जिस कारण परिवार को काम की तलाश में लंदन जाना पड़ा। सिर्फ चार साल की उम्र में ही हेनरी को खेतों में चिड़ियों को डराने का अपना पहला काम शुरू करना पड़ा, जिसे से बस कुछ ही पैसे बनते थे। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

वही हेनरी के पिता एक दूसरी मिल में काम करने जाते थे लेकिन फिर भी वो भारी कर्ज़ में डूबे हुए थे। हालात और बुरे हो गए जब हेनरी सिर्फ 9 साल के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई। जिसे से परिवार की आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई इसलिए हेनरी को स्कूल जाने की जगह हेनरी को पूरे समय काम करना पड़ता था। उसने अख़बार बेचे और टेलीग्राम की डेलीवेरी करने पर कुछ पैसे मिलते थे।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – हेनरी की माँ अभी भी कर्जे में थी, हर कोशिश करने पर भी वो अपने बच्चे नहीं पाल पा रही थी। जब उन्हे एहसास हुआ के वो अब बच्चों को और नहीं पल पाएगी, तो उन्होने हेनरी को एक बुज़रग दंपति के साथ रहने के लिए भेज दिया। मगर हालात बुहत खराब थे, कई दिन तो ऐसे होते थे जब हेनरी को बिना कुछ खाये सोना पड़ता था।

सफलता की पहली सीढ़ी – Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

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कुपोषण के साथ कड़ी मेहनत के कारण हेनरी को सारा जीवन स्वस्थ संबंधी समस्याओं से लड़ना पड़ा। जब हेनरी 15 वर्ष के थे तब उनकी चाची ने ग्रीन नोर्थेन रेल्वे कंपनी के साथ ट्रेनिंग के तोर पर शामिल होने के लिए अवशक छोटी सी फीस देकर हेनरी की शिक्षा में हेल्प करने की कोशिश की। ट्रेनिंग प्रोग्राम मे पैसे देने के बाद अपने घर में हेनरी को रखने के लिए उनकी चाची के पास पैसे नहीं थे। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

जिस कारण हेनरी को वहाँ से जाना पड़ा, लेकिन सोभाग से हेनरी को जॉर्ज जेरो नाम के आदमी से रहने को मिला जिनका लड़का भी उसी ट्रेनिंग प्रोग्राम की तयारी कर रहा था। रात में जॉर्ज दोनों लड़को को अलग अलग ओजरों का उपयोग करना सिखाता था।

हेनरी को ये सब बुहत आकर्षक लग रहा था और वो घंटो प्रैक्टिस करने लगा, और एक बच्चा होने के बावजूद वे नियामत रूप से जॉर्ज के बगीचे के शेड में बुहत ही सुंदर मॉडल के ब्रास व्हीलबर्रोव्स बनाने लगा। भले ही हेनरी के पास इतनी शिक्षा नहीं थी लेकिन वे अपने हाथों से कुशल था उसके पास एक अविश्वासनीय कार्यशाली थी।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – दुर्भाग्य से उसकी चाची का पैसा उसकी ट्रेनिंग के तीन साल तक ही चला जिसकी वजह से उसको ट्रेनिंग बीच में ही छोडनी पड़ी। लेकिन उसके बाद 17 साल की उम्र में हेनरी ने लीड्स में एक उपकरण बनाने वाली कंपनी के साथ काम करना शुरू किया।

जहां उसे प्रति घंटे केवल 1 पैसा मिलता था फिर वे लिवरपूल में एक इलैक्ट्रिक लाइट अँड पावर कंपनी में चला गया। वो अपने साथियों की तुलना में लंबे समय और कड़ी मेहनत से काम करता था और अक्सर इलेक्ट्रॉनिक्स में बिज़ि रहने के कारण खाना भी भूल जाता था।

अलग अलग नौकरिया कर के उसने जीतने भी पैसे बचाए थे उसे उसने इंजीनियरिंग क्लाससेस लेने के लिए सिटी अँड गिल्ड इन्स्टीटूट में एड्मिशन लिया। इन क्लाससेस में उसने जो कुछ भी सीखा उसे अब तक की उसकी ज़िंदगी की सबसे बेहतरीन नौकरी चीफ़ इलेक्ट्रीशियन के रूप में मकसीम वेस्टन इलैक्ट्रिक कंपनी में हासिल हुई।

हेनरी को लगा आखिरकार वो उनती कर रहा है लेकिन 1884 में कंपनी डूब गई और उन्हे एक बार फिर बेरोजघार रहना पड़ा। उन्हे ऐसा लगा रहा था की चाहे वो कितनी भी कोशिश कर ले तरकी नहीं कर पाएगा। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

मगर इस बार किसी अलग कंपनी में दूसरी नई नौकरी की तलाश करने की बजाए, हेनरी ने फैसला किया वह अपनी खुद की कंपनी स्टार्ट करेगा। भले ही वो एक गरीब परिवार से आया था हेनरी को लगा उसके जीवन में इससे बड़ कर भी कुछ होना चाहिए। इसलिए उसने फैसला किया कि वह अपना खुद का बिज़नेस स्टार्ट करेगा।

बेशक को जानता था उसे कुछ मदद की जरूरत है इसलिए उसने अपने साथी कुछ कर्मचारियों अपने साथ जोड़ने की कोशिश की। उनमे से एक अर्नेस्ट क्लेयरमोंट एक दोस्त जोखिम देने के लिए तैयार हो गया।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – वो भी एक इंजीनियर था दोनों ने मिलकर 1884 एफ़.एच रॉयस नामक एक कंपनी शुरू की। उस समय हेनरी के पास 20 और उसके दोस्त के पास 50 पाउंड थे, लेकिन उनके पास जो भी थोड़ी सी बचत थी उसे उन्होंने इकट्ठा किया और एक साथ बिजली की फिटिंग बनाने कारोबार शुरू कर दिया।

उन्होंने मैनचेस्टर में एक दुकान किराये पर ली और उसके ऊपर बने कमरे में दोनों रहते थे। खाना खाने के पैसे ना होने के कारण वे हर दिन सैंडविच बनाते थे और इस तरह उनके सफल होने की संभावना लगभग ना के बराबर थी। लेकिन सेल्फ डाउट करने की बजाय हेनरी ने वही किया जो वो हमेशा से करता चला आ रहा था।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – उन्होंने बाकी लोगों की तुलना में कड़ी मेहनत की और सुनिश्चित किया कि उनका बनाया हुआ प्रॉडक्ट मार्केट में सबसे बेहतर हो। काफी टेस्टिंग के बाद उन्होंने अपना पहला सफल प्रॉडक्ट इलैक्ट्रिक डोर बैल बनाया जो बहुत तेजी से बिकने लगा और हेनरी को अपने ग्राहकों के लिए देर रात तक काम करने के लिए जाना जाने लगा।

धीरे धीरे उनका व्यापार बढ़ने लगा उन्होंने कई नए प्रोडक्ट्स बनाएं जैसे कि जरनेटर इलेक्ट्रिक क्रेन। 1897 उनके पास £6000 का ऑर्डर था जो ठीक 12 महीने बाद £20,000 तक पहुँच गया। 1899 तक 30,000 पाउंड हो गई आज ये आपको ज्यादा नहीं लग रहा होगा, लेकिन इन्फ्लेशन को देखें तो आज लगभग एक मिलियन डॉलर के बराबर होगा।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – इतनी सफलता के बावजूद हेनरी के दिमाग मैं कुछ और चल रहा था वो दुनिया की सबसे शानदार कार बनाना चाहते थे, लेकिन उससे पहले एक और मामला निपटाना था पहली अपार सफलता के बाद हेनरी और उसके दोस्त ने यह फैसला किया और उन्होंने दो बहनों की जोड़ी एडिथ पुंट और मिननी पुंट से शादी कर ली।

बिज़नेस पार्टनर होने के साथ साथ फैमिली का भी हिस्सा बन गए। बिजली का सामान बनानेवाली उनकी पहली कंपनी की सफलता का मतलब था वो दोनों ओर बड़े प्रोजेक्ट पर साथ काम करेंगे। उस समय बहुत ही कम लोगों के पास कार थी और हेनरी रॉयस ऑटोमोबाइल में गहरी दिलचस्पी लेने वाले पहले लोगों में से एक थे।

उन्होंने 1901 में इस्तेमाल की गई दो सिलेंडर फ़्रेंच कार ख़रीदी जो बिल्कुल चलने लायक नहीं थी, लेकिन अगले ही दिन हेनरी ने इस पे काम करके उसे चलने लायक बना दिया और इसी के साथ हेनरी ने उसमें पाए जाने वाली सभी कमियों को भी दूर किया। आखिरकार हेनरी ने फैसला किया की, उन्होंने अपनी खुद की कार बनानी है।

1904 में उन्होंने तीन कारों का निर्माण किया जिनका मॉडल नेम रॉयस 10 रखा, पहली कार उन्होंने अपने लिए, दूसरी अपने बिज़नेस पार्टनर के लिए और तीसरी कार उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को बेची जो उनसे इतना प्रभावित हुआ कि उसने हेनरी को चार्ल्स रॉयल नामक एक कार डीलर से मिलवाया। जब चार्ल्स रॉयल हेनरी से मिले, तो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी के वे मिलकर कितना बड़ा इतिहास रचने वाले हैं। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

क्यूंकी दोनों का बॅकग्राउंड बिल्कुल अपोज़िट था जहाँ एक तरफ हेनरी रॉयस गरीब परिवार से आते थे वही चार्ल्स रॉयल को बचपन से ही सारे एशों आराम मिले थे। लेकिन कारों के प्रति दोनों के अंदर एक जैसा ही जुनून था और इसी जुनून को लेकर इनकी साझेदारी एक बहुत बड़े ब्रैंड नाम रोल्स रॉयस में तबदिल होती है।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – चार्ल्स रोल का जन्म 1870 में में हुआ था छोटी उम्र से ही उन्हें मैकेनिकल ऑब्जेक्ट के साथ छेड़छाड़ करना बहुत पसंद था। जिसकी वजह से उनके दोस्तों उन्हे डर्टी रोल्स के नाम से पुकारते थे। चार्ल्स यूके में कार रखने वाले सबसे पहले लोगों में से एक थे, उन्होंने अपनी पहली कार 18 साल की उम्र में ही खरीद ली थी और उन्हें कारों से इतना प्यार था कि उनके पिता ने उन्हें कार डीलरशिप खोलने के लिए पैसे दे दिए थे।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – डीलरशिप का नाम सीएस रॉयल अँड कंपनी था जहाँ पर वो फ्रांस से एक्सपोर्ट की गई कारों को अंग्रेजों को बेचते थे। चार्ल्स मोटरहेड कोमुनिटी में काफी ज्यादा फेमस थे, उनके पास 83मिल प्रति घंटे की ड्राइविंग स्पीड से कार चलाने का अन-ओफिसियाल रीकॉर्ड भी था।

आज के समय में ये आपको इतना प्रभावशाली नहीं लग रहा होगा लेकिन उस समय ये रिकॉर्ड अविश्वसनीय था। वे वास्तव में एक साहसी व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे क्योंकि उन्होंने 1903 में पेरिस से मेड्रिड टाउन टु डाउन रेस में हिस्सा लिया था जिसमें 34 ड्राइवरों और दर्शकों की मौत हो गई थी।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – रोल्स साल दर साल खतरनाक रेस में हिस्सा लेते थे वे न केवल तेज कार चलाने के प्रशंसक थे, बल्कि वे एक अवियाटोर भी थे वे ग्रेट ब्रिटन में पायलट का लाइसेंस रखने वाले दूसरे व्यक्ति थे। इन्होंने व्हाइट फ्लायर नामक विमान में 200 से ज्यादा उड़ानें भरी स्पष्ट रूप से वे लग्जरी पसंद थी।

चार्ल्स तीन से चार सिलेंडर वाली कारों के प्रशंसक थे लेकिन जब उन्होंने हेनरी द्वारा बनाई कार चलाई तो वो रॉय्स 10 की क्वालिटी से प्रभावित हो गए। उन्होंने तुरंत ही हेनरी को अपने साथ काम करने के लिए कहा। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – उस रात हेनेरी रॉयस 10 से ही वापस लंदन चले गए। चार्ल्स ने आधी रात को अपने बिज़नस पार्टनर को जागा कर कहा की उन्हे अभी-अभी सबसे बेहतरीन मोटर इंजीनियर मिला है।

साम्राज्य का विकास – Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

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Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – 1949 में चार्ल्स रोल्स ओर हेनरी रॉयस ने ऑफिशियली रोल्स रॉयस कि नींव रखी गरीबी में पैदा होने के कारण हेनरी को सफलता पाने में थोड़ा समय लगा। जबकि चार्ल्स के पास बचपन से ही सब कुछ था।

दोनों की उम्र में भी फ़र्क था जहाँ चार्ल्स केवल 27 साल के थे हेनरी की उम्र 41 साल थी दोनों की पार्टनरशिप खूब रंग लाई। हेनरी के पास कई सालों का इलेक्ट्रिक और मैकेनिकल प्रॉडक्ट बनाने का एक्सपीरियंस था और चार्ल्स के पास नई उमंग ओर जोश था।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – चार्ल्स एक बढ़िया बिजनेसमैन थे जो मार्केटिंग का प्रयोग करना जानते थे। उन्होंने उच्च वर्गों में अपने संबंधों का इस्तेमाल किया, उन्होंने राजनीति मीडिया और रॉयल्टी में अपने संबंधों का फायदा उठाया। ऐसे ग्राहकों को ढूंढा ज़ो की लग्जरी कारों को खरीद सकें, चार्ल्स और हेनरी एक दूसरे के पूरक थे क्योंकि वे दोनों अपनी अपनी कला में माहिर थे।

1904 में उन्होंने द पेरिस मोटर शो में अपनी पहली कार रॉल्स रॉयस 10 एचपी को दिखाया उस कार को उन्होंने चार्ल्स की डीलरशिप में 395 पाउंड पर बेचा जो आज $10,000 के बराबर है। उन्होंने ऐसी 16 कारें बनाई थी और इनमे से अगर आपको आज एक भी कार मिल जाए तो ये बहुत बड़ी बात होगी। इनमें से एक कार 2007 की नीलामी में तीन दशमलव दो मिलियन पाउंड की बेची गई थी। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

उन्होंने अपनी दूसरी कार रोल्स रॉयस सिल्वर गोस्ट को मार्केट में 1900 में उतारा, सिल्वर गोस्ट के सभी मेटल पार्ट सिल्वर और अलमुनिअम से कोट किया गया था। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – 15,000 माइल्स चलाने के बाद उन्होंने दर्शको के सामने एक स्टंट करने का सोचा, उन्होंने सिल्वर गोस्ट का इंजन स्टार्ट किया और उसके ऊपर एक गिलास पानी का रख दिया।

लोगों को आश्चर्य इस बात का हुआ की गिलास के बाहर पानी की एक भी बूंद नहीं गिरी, जिससे साफ ज़ाहिर होता है कि सिल्वर गोस्ट का इंजन बिलकुल शांता था। इसलिए इसे दुनिया की सबसे बेहतर कार माना जाता है आज तक सिल्वर गोस्ट को दुनिया की सबसे मुलायवान कारो में शामिल किया जाता है।

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – दोनों ऑटोमोबाइल में काफी फेमस हो गए थे चार्ल्स ने हेनरी को हवाई जहाज का इंजन बनाने के लिए मनाने की कोशिश की क्योंकि चार्ल्स का दूसरा शोंक उड़ना था लेकिन हेनरी ने साफ इनकार कर दिया। कंपनी की सफलता को देख कर चार्ल्स पर विमानों पर ध्यान देने के लिए काफी समय था और इसलिए उन्होंने कंपनी के तकनीक निरीक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया।

चार्ल्स ने कहा वो ड्राइविंग से ज्यादा हवा में उड़ना पसंद करेंगे, क्योंकि हवा में कोई पुलिसकर्मी नहीं होता। 1909 में उन्होंने अपना राइट फ्लाई विमान खरीदा ओर 1 साल बाद चार्ल्स इंग्लिश चैनल को उड़ान भरके पार करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए।

लेकिन अफसोस की बात ये है 1910 में एक एयर शो के दौरान जब चार्ल्स लैंडिंग कर रहे थे जब उनका विमान अचानक से दुर्घटनाग्रस्त हो गया और चार्ल्स की मृत्यु हो गई। चार्ल्स रॉयल विमान घटना में मरने वाले ब्रिटेन के पहले व्यक्ति थे वे सिर्फ 32 साल के थे। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

परिणाम – Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – अपने साझेदार के जाने के ठीक 1 साल बाद हेनरी का स्वास्थ्य भी बिगड़ने लगा, वर्षों से खराब खानपान और नींद की कमी के कारण उनकी सेहत खराब हो रही थी।

हेनरी फैक्टरी से ज्यादा घर पे समय बिताने लगे, अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद हेनरी ने कड़ी मेहनत करना जारी रखा ओपन बिस्तर से डिजाइन के स्केचेस बनाने लगे। पहले हेनरी ने वर्षों तक हवाई जहाज के इंजन बनाने से इनकार किया लेकिन फर्स्ट वर्ल्ड वॉर से ठीक पहले उन्हें इंजन बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce

1914 में उन्होंने रॉयल रॉय्स ईगल इंजन बनाया जो की मित्र देशों के सभी विमानों में इस्तेमाल किया गया। यहीं से रॉयल्स रॉयस की एंट्री प्लेन इंजिन मैन्यूफैक्चरिंग की दुनिया में होती है। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce1921 – कारों की डिमांड इतनी बढ़ गई, के कार के लिए 3 साल का बैकलॉग हो गया इसलिए उन्होंने सुप्रीम स्प्रिंगफील्ड मैसाच्युसेट्स में एक नई अमेरिकन रॉयल रॉय्स कंपनी फैक्टरी खोली।

10 सालों के अंदर उन्होंने उस फैक्टरी से 2944 कारें बनाई अगर आपको ये ज्यादा नहीं लगता तो, मैं आपको बता दूँ रॉयल रोल्स बहुत ही हाई क्वालिटी कार बनाने में विश्वास रखती है। फिर चाहे उसमें कितना भी समय क्यों न लग जाए, आज भी ये बात बिल्कुल सच है सब कुछ अभी भी हाथों से ही बनाया जाता है। एक कार को पूरा बनाने में लगभग छे महीने का समय लग जाता है। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – Poor Korean Boy who built Hyundai No.1

1930 में हेनरी रॉयस ओनर ऑफ द ब्रिटिश अंपायर से सम्मानित किया गया, ठीक 3 साल बाद 70 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई। चाहे वे कितने भी बीमार क्यों न हो उन्होंने काम करना कभी नहीं छोड़ा, अपने मृत्यु से एक रात पहले भी उन्होंने एक लिफाफे के पीछे एक अजस्टेबल शोक ऑब्ज़र्वर का एक स्कैच बनाया और अपनी नर्स से कहा वे इसे फैक्टरी के मज़दूरों तक पहुंचा दें। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce1921

स्केच पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई, यह स्पष्ट है ये दोनों व्यक्ति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं। Poor Boy Who ended up creating Rolls Royce – रॉयल रॉयस ने उनकी मृत्यु के बाद लंबे समय तक वाहन बनाना जारी रखा और आज, कंपनी की वैल्यूएशन लगभग सात मिलियन डॉलर से भी ज्यादा है ।

यदि हम  रॉयल रॉय्स की कहानी से कुछ सीख सकते हैं तो, ये आप चाहे कहीं से भी आए हो आपके जीवन में आपका शुरुआत कितनी भी अंधकारमय क्यों न हो, पर्याप्त मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ आप कुछ भी अविश्वसनीय बना सकते है और अपने जीवन की दिशा को पूरी तरह से बदल सकते हैं। Share Market क्या है 9 Best guide tips

हेनरी रॉय्स के शब्दों में कहें

पूर्णता के लिए प्रयास करें

जो मौजूद हैं उसमें से सबसे अच्छा चुने

और उसे बेहतर बनाओ या यदि कुछ मौजूद ना हो उसे खुद बना लो

मिस्टर रॉयस कौन थे?

रोय्स इंजीनियर थे जो कार और हवाई जहाज के इंजोनो के अपने डिज़ाइन के लिए प्रसिध थे और रोल्स रोय्स कार कंपनी के ओनर भी थे

क्या हेनरी रोय्स के कोई बच्चे थे?

नहीं हेनरी रोय्स के बच्चे नहीं थे

अब रोल्स- रोय्स के ओनर कोन है?

रोल्स-रॉयस मोटर कारों को विकर्स द्वारा वोक्सवेगन को बेच दिया गया था, हालांकि बीएमडब्ल्यू के पास रोल्स-रॉयस कारों पर उपयोग के लिए नाम और ब्रांड का अधिकार है

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