चुँग का जन्म 1950 में कोरिया के एक गरीब परिवार में हुआ था, सारा दिन खेते में काम करके भी कई बार खाना नहीं मिलता था
चुँग अपनी गरीबी से तंग आ चुके थे और फिर एक दिन वो रात को अपने घर से भाग गए
पहले कंस्ट्रक्शन लेबर, फैक्टरी वर्कर और फिर भोखीयम राइस स्टोर में एक डिलिवरी बॉय की जॉब मिली।
कस्टमर और ओनर्स चुँग के काम से इंप्रेस थे, छह महीने में चुँग डिलीवरी बॉय से स्टोर मैनेजर बन गए।
फिर बीमार होने पर स्टोर ओनर ने चुँग के काम को देखते हुए उन्हे स्टोर की देख रेख सोप दी।
सब अच्छा था तभी वर्ल्ड वर के चलते जापान ने चुँग से उनका स्टोर छिन लिया।
चुँग ने हार नहीं मानी और लोन लेकर कार गैरेज खोला मगर आग लगने से सब मिटी हो गया।
चुँग ने दुबारा लोन लेकर पहले से भी अच्छा स्टोर खोला मगर वर में जापान ने उनसे उनका गैरेज छिन लिया।
1967 में चुँग ने स्टैब्लिश की हुंडई मोटर कंपनी और 1968 में फोर्ड्स के साथ डील की।
फिर चुँग ने एक नया प्लांट सेटअप किया और हुंडई ने बनाई साउथ कोरिया की फर्स्ट एवर मास प्रोड्यूस्ड कार अंडर फोनी।
अफोर्डेबिलिटी के कारण ये कार इतनी सक्सेसफुल हुई की हुंडई ने 60% मार्केट शेयर कैप्चर कर लिया।
इस तरह एक गरीब लड़का पहले डेलीवेरी बॉय और फिर बना हुंडई का ओनर और इतिहास रचा।
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Poor Korean Boy who built Hyundai No.1