एक गरीब लड़का जो एक छोटे से गांव में रहता था। 17 घंटे खेतों में काम करता है, केवल एक वक्त के खाने के लिए 

इसी लड़के ने 1,00,000 करोड़ की कार कंपनी बना दी। ये कहानी हैं हुंडई के फाउंडर चुँग जुयंग की। 

चुँग जुयंग का जन्म 1950 में हुआ फैमिली के फाइनेंशियल कंडीशन इतनी खराब थी कि वो एजुकेशन भी पूरी नहीं कर पाए। 

चुँग दिन रात अपनी फैमिली के साथ खेतों में काम करते लेकिन भी  फैमिली के पास एक वक्त का खाना भी नहीं होता था   

वो गरीबी और अपनी फार्म की लाइफ से फ्रस्ट्रेट होने लगे और अपने लिए भी एक बेहतर जिंदगी चाहने लगे। 

1932 में 16 साल की उम्र में चुँग ने एक चौंका देने वाला फैसला लिया, वो अपना घर छोड़कर शहर भाग गए। 

160 किलोमीटर चल कर वो शहर पहुंचे, वहाँ कंस्ट्रक्शन लेबर का काम ले लिया काम मुश्किल और कमाई कम थी, लेकिन चुँग खुश थे ।  

पहले कंस्ट्रक्शन लेबर फिर फैक्टरी वर्कर और फाइनली उन्हें भोखीयम राइस स्टोर में एक डिलिवरी बॉय की जॉब मिली।  

बाईस साल की उम्र में चुँग स्टोर एम्प्लोई से बिज़नेसमन बन चूके थे। 

1940 में 3000 वार्न का लोन लेके  सर्विस गैराज खोला। एक महीने बाद ही गैराज में आग लग गई सब कुछ जलकर राख हो गया। 

चुँग ने हमेशा की तरह प्रॉब्लम को फेस किया। उन्होंने 3500 वॉर्न का फ्रेश लोन लिया और पहले से भी अच्छा गैराज खड़ा किया। 

सब बेहतर था तभी डिजास्टर हो गया। जापान को वर्ल्ड वार के बीच उनसे उनकी गैराज की ओनरशिप ले ली 

1946 में चुँग वापस आ जाते है और अपना कार रिपेर बिज़नस रिस्टार्ट करते है “हुंडई ऑटो ।