एक गरीब लड़का था जिसने आगे चल कर 1,00,000 करोड़ की कार कंपनी बना दी। 

हुंडई के फाउंडर चुँग जुयंग का जन्म 1950 में कोरिया के एक छोटे से गांव में हुआ था।  

सारा दिन खेतों में काम करने के बाद भी उनके परिवार के पास कई बार खाना नहीं होता था।  

गरीबी से तंग होकर चुँग ने एक दिन घर से भाग जाने का फैसला लिया, और घर से भाग गए अच्छे जीवन की खोज में।  

सबसे पहले एक कंस्ट्रक्शन लेबर फिर फैक्टरी वर्कर और फिर चुँग ने भोखीयम राइस स्टोर में काम किया।  

ओनर और कस्टमर उनके काम से बड़े खुश थे इसलिए उन्हे 6 महीने में डेलीवेरी बॉय से स्टोर मैनेजमेंट का काम मिल गया।    

बीमार होने पर ओनर ने स्टोर की सारी  देख रेख चुँग को दे दी, मगर वार के चलते जापान ने उनसे स्टोर छिन लिया।    

चुँग ने हार नहीं मानी और 1940 में लोन से कार सर्विस गैराज खोला लेकिन एक महीने में ही गैराज में आग से राख हो गया।

चुँग ने फ्रेश लोन लेकर पहले से भी अच्छा गैराज खोला, सब अच्छा चल रहा था मगर जंग के चलते जापान ने  चुँग से गैरेज छिन लिया।

1946 में चुँग ने अपना बिज़नस रिस्टार्ट किया पुराना काम नया नाम “हुंडई ऑटो सर्विस” हुंडई मतलब मोडरन। 

1947 में चुँग ने हुंडई सिविल वर्क्स कंपनी को स्टैब्लिश किया और कंस्ट्रक्शन बिज़नेस में एंट्री ली।  

सब ठीक था कि जून 1950 में नॉर्थ कोरिया साउथ कोरिया पे हमला कर दिया, चुँग को सारा काम छोड़कर भागना पड़ा। 

चुँग ने फिर वापसी की कई परेशानियों के बाद भी हुंडई मोटर कंपनी, सिविल वर्क्स कंपनी और कई कंपनी को कामयाब बनाया।  

इस तरह दी कोरियन ड्रीम पूरा हुआ और चुँग अपनी गरीबी से बाहर आए आज हुंडई की 42 कोंपनी है।